देशभर में एक बार फिर कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है, और मध्य प्रदेश भी इसकी चपेट में आता दिख रहा है। राज्य की राजधानी भोपाल में कोविड-19 का एक नया मामला सामने आया है, जिसने स्वास्थ्य विभाग और आम जनता की चिंताएं बढ़ा दी हैं। एक 42 वर्षीय महिला में संक्रमण की पुष्टि हुई है, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
भोपाल में 42 वर्षीय महिला संक्रमित, निजी अस्पताल में भर्ती
मंगलवार शाम को RTPCR जांच में यह महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गईं। जानकारी के अनुसार, वे पिछले कुछ दिनों से सर्दी और गले में खराश जैसी शिकायतें महसूस कर रही थीं, जिसके बाद उन्होंने ओपीडी में इलाज के लिए संपर्क किया। वर्तमान में, महिला निजी अस्पताल के प्राइवेट वार्ड में चिकित्सकों की निगरानी में हैं। इस नए मामले ने भोपाल में अलर्ट बढ़ा दिया है, जहां पहले से ही कोरोना को लेकर सतर्कता बरती जा रही है।
इंदौर और ग्वालियर में भी बढ़ रहे मरीज: स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर
भोपाल से पहले, मध्य प्रदेश के अन्य प्रमुख शहरों इंदौर और ग्वालियर में भी कोरोना के कई मामले सामने आ चुके हैं, जो स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है।
इंदौर में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के दो और नए मामले दर्ज किए गए, जिससे जिले में उपचाराधीन मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 12 हो गई है। जिला महामारी नियंत्रण अधिकारी डॉ. अंशुल मिश्रा ने बताया कि हालिया मामलों में दो पुरुषों में संक्रमण की पुष्टि हुई है, और अच्छी बात यह है कि दोनों ही संक्रमितों में महामारी के गंभीर लक्षण नहीं पाए गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इनमें से एक 21 वर्षीय युवक इंदौर के पड़ोसी शहर देवास का निवासी है, जो 27 मई को दिल्ली से देवास लौटा था। मिश्रा ने जानकारी दी कि युवक की बहन, जिसने उसके साथ दिल्ली की यात्रा की थी, पहले ही कोरोना वायरस से संक्रमित पाई जा चुकी थी।
वहीं, ग्वालियर में भी बीते दिन पहला मामला सामने आया, जिसने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा दिया। शहर के पॉश इलाके हरिशंकरपुरम की श्रीराम कॉलोनी में रहने वाले एक व्यक्ति को कोविड पॉजिटिव पाया गया। जानकारी के मुताबिक, वह शख्स कुछ दिनों से अस्वस्थ महसूस कर रहा था और उन्हें लग रहा था कि वे सामान्य वायरल की चपेट में हैं। लेकिन जब इलाज के बाद भी उन्हें आराम नहीं मिला, तो उन्होंने कोविड टेस्ट कराया, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम उनके घर पहुंची और उन्हें घर में ही क्वारंटीन किया गया है, साथ ही उनके स्वास्थ्य पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।
राज्य भर में कोरोना के मामलों में इस वृद्धि ने स्वास्थ्य अधिकारियों को सतर्क कर दिया है, और लोगों से एक बार फिर सावधानी बरतने और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने का आग्रह किया जा रहा है।