भोपाल में ड्रग तस्करी एक नई और खतरनाक दिशा ले रही है। बीते मंगलवार क्राइम ब्रांच ने दो स्मैक तस्करो को गिरफ्तार किया जो राजस्थान से भोपाल ड्रग तस्करी के लिए नए रास्ते का उपयोग कर भोपाल में ड्रग्स की स्पलाई की।
गिरफ्तारी के बाद नए रास्ते का हुआ खुलासा
गिरफ्तारी के बाद उन दोनों ने खुलासा किया कि ड्रग माफिया चेकपोस्ट पर पुलिस को चकमा देकर ग्रामीण और आंतरिक मार्गो से इसे शहर में पहुँचा रहे है। ऐसे में पुलिस अंदेशा लगा रही है कि नया रास्ता मंदसौर से विदिशा और फिर भोपाल तक का है। गिरफ्तारी में कुख्यात ड्रग माफिया दीपक रघुवंशी भी शामिल है जो विदिशा का निवासी है। पुलिस ने उसके पास से 40 ग्राम से अधिक के साथ एक एसयूवी प्राप्त हुई।
राजस्थान से हेमराज मीना करता था ड्रग्स स्मगल
दीपक ने पुलिस को बताया कि वह राजस्थान के झालवाड़ जिले के मोतीपुरा में हेमराज मीना के साथ ड्रग्स की तस्करी करता है। बयान के बाद पुलिस ने हेमराज मीना के ठिकानों पर छापा मारकर उसे गिरफ्तार किया जिसके बाद राजस्थान से लेकर मध्य प्रदेश के इस ड्रग्स नेटवर्क के बारे में कई सक्रिय सदस्यों का पता चला।
पुलिस का क्या है कहना
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि तस्करों द्वारा नए रास्तो के अहम सबूत मिले है। ऐसे में आंतरिक रास्तों का इस्तेमाल इस बात का संकेत है कि तस्कर पुलिस की मौजूदा रणनीतियों को भांपकर नए तरीके खोज रहे हैं। ऐसे में पुलिस को भी अपनी निगरानी प्रणाली को मजबूत करना होगा और पड़ोसी राज्यों के साथ मिलकर कार्रवाई करनी होगी। ये बात तब सामने आई है जब पिछले साल NCB ने एमडी ड्रग फैक्टरी का भांडाफोड़ किया था।
हेमराज की गिरफ्तारी से मिले सुरागों से पुलिस को आगे की बड़ी कार्रवाई करने में मदद मिल सकती है। भोपाल और मध्यप्रदेश को नशे के इस खतरे से बचाने के लिए सतर्कता और संयुक्त प्रयास बेहद जरूरी हो गए हैं।