भारत में हवाई यात्रा इन दिनों यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बनती जा रही है। मंगलवार का दिन विमानन क्षेत्र के लिए चुनौतियों भरा रहा, जब एक के बाद एक तीन प्रमुख उड़ानें विभिन्न कारणों से प्रभावित हुईं। अहमदाबाद से लंदन जाने वाली एअर इंडिया की फ्लाइट AI-159 को तकनीकी खराबी के चलते अचानक रद्द कर दिया गया, जिससे यात्रियों में भारी आक्रोश देखने को मिला। यात्रियों ने बताया कि उन्हें बिना किसी स्पष्टीकरण के हवाई अड्डे पर पहुंचने पर ही उड़ान रद्द होने की सूचना दी गई।
बढ़ती तकनीकी खामियां और चिंताएं
यह घटना अकेले नहीं है; मंगलवार को ही यह तीसरी ऐसी बड़ी हवाई यात्रा संबंधी समस्या थी। इससे पहले भी दो अन्य उड़ानों को आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी। हाल ही में अहमदाबाद में हुए एक विमान हादसे के बाद से लगातार उड़ानों में बाधाएं आ रही हैं, और इनमें से अधिकतर मामलों में तकनीकी खामियां ही मुख्य वजह बनकर सामने आ रही हैं, जो यात्रियों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा रही हैं।
नागपुर में इंडिगो की फ्लाइट को बम की धमकी
मंगलवार सुबह एक और बड़ी घटना सामने आई, जब कोच्चि से दिल्ली जाने वाली इंडिगो फ्लाइट संख्या 6E 2706 में बम की धमकी मिली। यह घटना सुबह 9:20 बजे की थी। धमकी मिलने के बाद विमान को तत्काल नागपुर एयरपोर्ट पर उतारा गया। तय सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत, तुरंत एक आपातकालीन बैठक बुलाई गई, जिसमें यह पुष्टि हुई कि धमकी गंभीर थी क्योंकि इसमें फ्लाइट का नंबर स्पष्ट रूप से दिया गया था। उस समय तक फ्लाइट कोच्चि से उड़ान भर चुकी थी, लेकिन सुरक्षा कारणों से उसे नागपुर एयरपोर्ट की ओर मोड़ दिया गया।
सैन फ्रांसिस्को-मुंबई एअर इंडिया फ्लाइट में तकनीकी खराबी, कोलकाता में लैंडिंग
इसी दिन, सैन फ्रांसिस्को से मुंबई आ रही एअर इंडिया की फ्लाइट AI180 को भी तकनीकी खराबी का सामना करना पड़ा। विमान के बाएं इंजन में गड़बड़ी पाए जाने के कारण यात्रियों को कोलकाता एयरपोर्ट पर उतरना पड़ा। यह घटना मंगलवार तड़के उस समय हुई जब विमान रात 12:45 बजे अपने तय समय पर कोलकाता एयरपोर्ट पर उतरा था। तकनीकी खराबी के चलते विमान के टेकऑफ में देरी हुई, और अंततः सुबह करीब 5:20 बजे विमान के भीतर घोषणा कर सभी यात्रियों को विमान से उतरने के लिए कहा गया।
इन लगातार हो रही घटनाओं ने हवाई यात्रा की सुरक्षा और एयरलाइंस द्वारा रखरखाव के मानकों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए व्यापक उपायों की आवश्यकता महसूस की जा रही है।