गुजरात के अहमदाबाद में बुधवार को एक हृदय विदारक विमान दुर्घटना सामने आई है. एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसमें सवार सभी 242 लोगों में से कम से कम 40 लोगों के जान जाने की खबर सामने आ रही है. इस दुखद घटना में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के भी विमान में सवार होने की खबर है, जिससे पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई है.
एयरपोर्ट के पास कार्गो ऑफिस पर गिरा विमान, बिल्डिंग भी हुई ध्वस्त
लंदन के लिए उड़ान भरने वाला यह यात्री विमान दोपहर 1:17 बजे अहमदाबाद हवाई अड्डे से टेकऑफ किया था. हालांकि, उड़ान भरने के तुरंत बाद ही यह एयरपोर्ट के पास स्थित कार्गो ऑफिस पर जा गिरा. इस भीषण टक्कर के कारण कार्गो ऑफिस की इमारत भी पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है, और विमान के मलबे के साथ-साथ इमारत का मलबा भी चारों ओर फैल गया है. घटनास्थल से आसमान में काले धुएं का घना गुबार उठता देखा गया, जो दुर्घटना की भयावहता को बयां कर रहा था.
विजय रूपाणी अपने परिवार से मिलने लंदन जा रहे थे
खबरों के अनुसार, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी इसी विमान में बिजनेस क्लास में सवार थे. वे अपने परिवार से मिलने लंदन जा रहे थे, जहां उनकी पत्नी, बेटी और कई अन्य रिश्तेदार रहते हैं. रूपाणी साल 2016 से 2021 तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे हैं. उन्होंने 7 अगस्त 2016 को आनंदीबेन पटेल के बाद मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और 2017 के विधानसभा चुनावों में राजकोट पश्चिम सीट से जीत दर्ज कर मुख्यमंत्री बने रहे. अक्टूबर 2021 में उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद भूपेंद्र पटेल ने मुख्यमंत्री का कार्यभार संभाला था.

विमान में 10 क्रू मेंबर्स और 2 बच्चे भी थे शामिल
शुरुआती जानकारी के मुताबिक, दुर्घटनाग्रस्त विमान में दो पायलट और आठ क्रू मेंबर्स के अलावा दो बच्चे भी शामिल थे. विमान के पायलट की पहचान सुमित सभरवाल के तौर पर हुई है. इस हादसे में किसी के भी जीवित बचे होने की संभावना बेहद कम है, क्योंकि विमान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है और उसके परखचे उड़ गए हैं.
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हर संभव मदद का आश्वासन दिया
इस दर्दनाक हादसे पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गहरा दुख व्यक्त किया है और हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. दुर्घटनास्थल पर बचाव और राहत कार्य तेजी से चल रहा है. एयरपोर्ट के पास स्थित सिविल अस्पताल के सभी डॉक्टरों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं, और उन्हें आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है. मलबे के नीचे से निकाले जा रहे घायलों को तुरंत एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल पहुंचाया जा रहा है. घटनास्थल पर कम से कम 50 एंबुलेंस बचाव कार्य में लगी हुई हैं, जो लोगों को जल्द से जल्द चिकित्सा सहायता प्रदान करने का प्रयास कर रही हैं. यह घटना देश के लिए एक बड़ा सदमा है और सभी की निगाहें बचाव कार्यों और आगे की जांच पर टिकी हैं.