ईरान को मिले दो बड़े झटके। इजराइल के हमलों में ईरान के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ मेजर जनरल हुसैन बघेरी की मौत हो गई। इजराइल ने ईरान पर ऑपरेशन राइजिंग लायन लॉन्च कर बड़ा झटका दिया है। इस हमले में रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स के प्रमुख कमांडर हुसैन सलामी की मौत की खबर भी सामने आई है।
इजराइल ने ऑपरेशन राइजिंग लायन के तहत ईरान के कई बड़े अफसरों को मारने का दावा किया है। इसमें सबसे बड़ा नाम ईरान के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ मेजर जनरल हुसैन बघेरी और रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स के चीफ कमांडर हुसैन सलामी के मरने की खबर मिली है। हमले में ईरान के रिवॉल्यूशनरी जनरल घोलमाली रशीद भी मारे गए। एक्स पर पोस्ट करके इजराइल डिफेंस फोर्सेज ने ईरान के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ और रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स के चीफ कमांडर 100 से अधिक लड़ाकु विमान द्वार किए गए हमले में मारे गए हैं।
कौन थे मेजर जनरल हुसैन बघेरी?
जनरल बाघेरी ईरानी सेना से 1979 से जुड़े थे जब ईरान में इस्लामिक राज्य की स्थापना हुई थी। इनके भाई भी क्रांतिकारी गार्ड कोर में थे। चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ ईरान में सबसे ऊंचे पदों में से एक माना जाता है और वो इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर पर समन्वय और निगरानी रखने के लिए जिम्मेदार होता है।
ईरान ने आपतकाल की घोषणा की
ईरान के मीडिया ने तेहरान के रिहायशी इलाको में हुए हमले के कारण हुई आम नागरिको और बच्चों की मौत के खबर की जानकारी दी। ईरान ने पूरे देश में आपातकाल की घोषणा कर दी है। सुत्रों से पता चला है कि करमानशाह, लॉरेस्टन और राजधानी तेहरान समेत और भी कई जगह पर हमले किये गये हैं इजराइल द्वारा।
ऑपरेशन राइजिंग लायन के तहत इजरायल ने ईरान के कई सैन्य ठिकानों को तबाह कर दिया है। इसके साथ ही ईरानी सेना के अधिकारियों और बड़े अफसरों को मार गिराया गया है।